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Atal Setu की दरारों का कारण भाजपा का भ्रष्टाचार? 6 महीने पहले हुआ था उद्घाटन

Atal Setu पुल :

Atal Setu का पूरा नाम अटल बिहारी बाजपेई सेवारी नहावा शेवा अटल बिहारी सेतु रखा गया है। अटल सेतु भारत का सबसे लंबा पुल है। जिसकी लंबाई लगभग 21.8 km है। यह 6 लेन वाला पुल लगभग 16.5 km समुद्र के ऊपर और करीब 5.5 km जमीन पर बनाया गया है।

Atal Setu का उद्घाटन :

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 12 जनवरी, 2024 को अटल सेतु पुल का उद्घाटन किया गया था। जिसकी लागत में लगभग 17, 840 करोड़ रूपए का खर्च आया था। यह पुल मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को तेज कनेक्टिविटी प्रदान करने में काफी मदद करता है। इस पुल के द्वारा मुंबई से पुणे, गोवा और साउथ इंडिया की यात्रा में कम समय लगता है।

Atal Setu में दरारें ?

हाल ही में नवी मुंबई में उलवे की ओर बाहर निकलने पर पुल में दरारें देखी गई हैं। जो की काफी चिंताजनक विषय है। महाराष्ट्र के कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने 21 जून, शुक्रवार को पुल का दौरा किया और और दरारें देखीं। वे इसका कारण भाजपा के भ्रष्टाचार को मानते हैं।
उन्होंने पोस्ट करते हुए भी लिखा है की, “यह बेहद चिंताजनक है कि जिस अटल सेतु पुल का उद्घाटन अभी हाल ही में हुआ, उसमें दरार आ गई है।”
पटोले ने तो यहां तक भी कहा है की वे भ्रष्टाचार भरे इस कार्य को विधानसभा में भी पेश करेंगे।
परंतु MMRDA (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी) का कहना है की उल्वे में अटल सेतु को जोड़ने वाली रोड पर सिर्फ मामूली दरारें पाई गई हैं, जो पुल का हिस्सा भी नहीं है।  और न ही इस से पुल की संरचना को कोई खतरा है। उन्होंने इसे अफवाह करार दिया और लोगों को ऐसी बातों पर विश्वास ना करने को बोला।
MMRDA के निरक्षण के दौरान रैंप नंबर 5 पर तीन स्थानों पर दरार देखी गई और पुल को मरम्मत का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
पुल पर बिना कोई यातायात पर निषेध लगाए 24 घण्टे में ही काम पूरा कर दिया जायेगा।

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