Sam Pitroda is back
Sam Pitroda के विवादित बयानों के बाद भी कॉन्ग्रेस में वापिसी !
आपको बता दें की सेम पित्रोदा को एक बार बाद फिर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है। बताया जा रहा है की 26 जून, बुधवार की शाम को कांग्रेस के अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने इस प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है।
कुछ दिन पहले ही सेम पित्रोदा ने अपने विवादित बयानों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। परंतु अब उन्होंने वापिसी कर ली है। सेम पित्रोदा के बयान कई बार कांग्रेस पार्टी के लिए मुस्किल भी बन जाते हैं।
I was not sacked. I stepped down willingly….The remarks were not racist. It is the racist people who thought it was racist…#NewsToday with @sardesairajdeephttps://t.co/Bf37ko0jMK
— Sam Pitroda (@sampitroda) June 26, 2024
Sam Pitroda के बयान :
कुछ दिन पहले ही Sam Pitroda ने संबोधित करते हुए कहा की भारत एक विविधता वाला देश है। और यहां भिन्न प्रकार के लोग मिल जुलकर रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा की भारत में पूर्व में रहने वाले लोग चीनी लगते हैं, तो वहीं भारत के दक्षिण में रहने वाले लोग अफ्रीकन लगते हैं। उन्होंने पश्चिम में रहने वाले लोगों को कहा की वे अरब के लगते हैं। Sam Pitroda के इस बयान ने कांग्रेस पार्टी के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर दी थीं।
नरेंद्र मोदी ने करदी थी पहले ही भविष्यवाणी :
आपको बता दें की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले ही एक निजी चैनल के इंटरव्यू में बोल दिया था की “कभी कभी मुझे लगता है की कांग्रेस सेम पित्रोदा जैसे जैसे लोगों को मुख्यधारा में रखते हैं। और पार्टी योजना बना कर ऐसे लोगों के द्वारा शिगूफे छोड़ती है। ऐसी बात नहीं है की ऐसे नेता अपनी मर्जी से कुछ करते होंगे । और जब इनकी वजह से हल्ला मच जाता है, तब ये पद छोड़ देते हैं और कुछ दिन बाद उसी पद पर वापिस आ जाते हैं। “
नरेंद्र मोदी ने सेम पित्रोदा के बारे में भी यही कहा था की सेम पित्रोदा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन ये जल्द ही इस पद पर वापिसी करेंगें।
और उनकी यह बात सच भी हो चुकी है। Sam Pitroda अपने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष के पद पर वापिसी कर चुके हैं।
कांग्रेस का बचाव :
कांग्रेस पार्टी अपने बचाव के लिए कहती है की ऐसा नहीं की Sam Pitroda के विचार पार्टी के विचारों को ही दर्शाती है, बल्कि कई बार उनकी अवधारणा कांग्रेस पार्टी के विचारों से भी अलग होती है।