APJ Abdul Kalam death anniversary 2024 : जानिए उनके जीवन के रोचक तथ्य, प्रेरणादायक कहानी सुन होगा गर्व
PJ Abdul Kalam को कौन नहीं जानता होगा। अब्दुल कलाम के पुरे नाम की बात करें तो इनका पूरा नाम “अवुल पाकिर जैनुलबदीन” है।
APJ Abdul Kalam Early Life
अब्दुल कलाम का जन्म हुआ 15 अक्टूबर, 1931 को रामेश्वरम, तमिल नाडु में। Abdul Kalam का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ। अब्दुल कलाम की पिता जैनुलबदीन माराकायर एक नाविक थे और उनकी मां आशिमा एक घरेलू औरत थीं।
Abdul Kalam चार भाई थे, जिसमे कलाम सबसे छोटे थे। इनकी एक बहन भी थी। कलाम एक रईस परिवार से थे जिनके पूर्वज व्यापारी हुआ करते थे।
अब्दुल कलाम के प्रारंभिक जीवन की बात करें तो कलाम अपने स्कूल के दिनों में एक एवरेज स्टूडेंट हुआ करते थे। लेकिन गणित ने उनकी विशेष रुचि थी। Schwartz Higher Secondary School से अब्दुल कलाम ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करके, उन्होंने St. Joseph College, Tiruchirapalli में उन्होंने दाखिला लिया। साल 1954 में उन्होंने भौतिक विज्ञान (Physics) से उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन पूर्ण की।
इसके बाद सन 1955 में Abdul Kalam चले जाते हैं Madaras Institute of Technology, aerospace engineering पढ़ने के लिए।
Abdul Kalam Achivements
अब्दुल कलाम भारत के 11वे राष्ट्रपति के पद पर भी रह चुके हैं, जिन्होंने साल 2002 से लेकर 2007 तक कार्यभार संभाला। कलाम के एयरोस्पेस साइंटिस्ट भी थे, जिन्होंने अपनी जिंदगी के चार शतक DRDO ( Defense Research and Development Organisation) और ISRO ( Indian Space Research Organisation) में वैज्ञानिक और साइंस एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में भी कार्य किया।
Abdul Kalam को एक विशेष नाम भी दिया गया है ‘Missile man’, क्यों?
अब्दुल कलाम द्वारा पृथ्वी और अग्नि मिसाइल के विकास में विशेष भूमिका निभाई गई। कलाम ने बैलेस्टिक मिसाइल और लॉन्चिंग टेक्नोलॉजी को आत्मनिर्भर बनाया। इन्होने इस काम को पूर्ण करने के अनेक प्रयास किए। तभी से अब्दुल कलाम का नाम ” मिसाइल मैन” पड़ गया।
अब्दुल कलाम को डीआरडीओ और इसरो में वैज्ञानिक के रूप में कार्य करने के लिए भारत सरकार द्वारा 1981 में पद्म भूषण अवार्ड भी दिया गया। इतना ही नहीं इसके बाद साल 1990 में पद्म विभूषण द्वारा भी सम्मानित किया गया।
साल 1997 में कलाम को साइंटिफ्क रिसर्च और डिफेंस टेक्नोलॉजी में आधुनिकीकरण करने के कारण भारत रत्न से भी सुसजित किया गया। इसका अलावा Hoover Medal, Von Braun Award, समित कलाम अनेक पुरस्कारों के अधिकारी बने।
कलाम द्वारा अनेक लेखनिया लिखी गई। उनकी एक बहुत ही प्रसिद्ध पुस्तक ” Wings of fire : An autobiography ” कफी प्रचलित है। इसके अलावा भी ” India 2020″ “Ignites Minds” “Turning Points” “Forge your future” जैसी अनेक किताबें अब्दुल कलाम द्वारा लिखी गई हैं।
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Death
27 जुलाई, 2015 को जब कलाम Indian Institute of Management, Shillong एक भाषण देने पहुंचते हैं, तब अचानक सीढ़िया चढ़ते हुए असुविधा अनुभव करने के कारण उन्हें आराम करना पड़ा। लेकिन कुछ देर बाद वो सभा में प्रवेश कर लेते हैं। लेकिन इसके 5 मिनट बाद बेहोश हो जाने के कारण अब्दुल कलाम को पास के बेथनी हॉस्पिटल में ले जाया गया। लेकिन कुछ देर बाद ही कलाम को मृत घोषित कर दिया गया। इस प्रकार वे 83 की उम्र ने यह संसार त्याग देते हैं।
Abdul Kalam एक काफी गहरी सोच वाले व्यक्ति थे। उनका व्यक्तित्व बहुत ही प्रभावशाली था। उनके विचार हर उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकते हैं। उनके द्वारा अनेक अच्छी लाइक्स दी गई, जो हमेशा हमारे हृदय में रहेंगी। मोटिवेशनल थॉट्स की बात करें तो कलाम ने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए अनेक Quotes दिए, जिनमें से एक बहुत ही प्रसिद्ध quote जो है , ‘Failure will never overtake me if my determination to succeed is strong enough’