Chandrayaan 4 की तैयारी शुरू, एक बार फिर से रचने वाला है इतिहास।
Chandrayaan-3 की शानदार सफलता के बाद अब ISRO Chandrayaan 4 की तैयारी में जुट गया है।
इस बात की जानकारी ISRO के प्रमुख सोमनाथ ने दी है।
आपको बता दें की चंद्रयान 4 काफी अलग और स्पेशल होने वाला है। सोमनाथ जी ने यह भी बताया की Chandrayaan 4 को एक में नहीं बल्कि दो लॉन्चर्स से अंतरिक्ष यान के अलग अलग हिस्से पृथ्वी की कक्षा में भेजे जाएंगे।
Chandrayaan 4 mission:
ISRO के प्रमुख सोमनाथ द्वारा चंद्रयान 4 का उद्देश्य भी बताया दिया गया है। उनका कहना है की इस मिशन का लक्ष्य चांद की सतह के कुछ नमूने पृथ्वी पर लाना है। उन्होंने यह भी बताया की इस मिशन में चंद्रयान 4 का वजन काफी ज्यादा होने वाला है। और ISRO के पास फिलहाल को रॉकेट है, उसकी अभी इतनी क्षमता नहीं है की वह इतना वजन उठा सके। यह दुनिया में पहली बार होने जा रहा है की एक अंतरिक्ष यान को अलग अलग हिस्सों में भेजा जायेगा और अंतरिक्ष में जाकर उन्हें जोड़ा जायेगा।
Chandrayaan 4 Mission #ISRO pic.twitter.com/bPh4ht7x7O
— ISRO InSight (@ISROSight) May 15, 2024
Jaxa का योगदान:
आपको बता दें की इस मिशन में इसरो के मदद जापान की स्पेस सेंटर Jaxa द्वारा की जाएगी। चंद्रयान 3 की चांद के साउथ पोल पर काफी सॉफ्ट लैंडिंग हुई थी। बताया जा रहा है की लैंडर ISRO द्वारा तैयार किया जाएगा, जबकि रोवर मॉड्यूल जापान द्वारा तैयार किया जा रहा है।
खबरें आ रहीं है की 2026 के साल तक चंद्रयान 4 को भेजा जा सकता है।Chandrayaan 4 की लैंडिंग भी शिव शक्ति प्वाइंट पर कराई जाएगी। शिव शक्ति वह प्वाइंट है जहां चंद्रयान 3 की लैंडिंग कराई गई थी। आपको बता दें की चंद्रयान 3 के द्वारा चांद के कई जगहों का पता लगाया गया था। और यह चीज Chandrayaan 4 के मिशन में भी काफी सहायता करने वाली है।
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